घूँघराले भूरे बालों वाली
उस बच्ची के बारे में सोचिए
जो पुरानी कार की पिछली सीट पर
अपने कुत्ते के साथ सो रही है
और उसके माँ-बाप
कार चलाते आगे की अस्त-व्यस्त सीट पर
जम्हाई ले रहे हैं।
भूरी त्वचा वाले उस बच्चे के बारे में सोचिए
जिसे अश्वेत कहा जाता है
जिससे कहा गया है
कि वह वापस अफ्रीका चला जाये
जिसके महान पूर्वजों ने
स्कूल तक जाने वाली
अमरीकी सड़कों को बनाया था।
बलात्कार से गर्भवती हुई
उस औरत के बारे में सोचिए
जो मजदूरी छोडकर
दो राज्यों को पार कर
गर्भपात के लिए नहीं जा सकी
जो अपने बच्चे को
प्यार करने की जबरन कोशिश करती है
लेकिन वह बच्चा अब अधिकांश
उस घिनौने बलात्कारी जैसा
दिखाई देता है।
उन औरतों और मर्दों के बारे में सोचिए
जो असेंबली लाइन में
तब तक काम करते हैं
जब तक
उनके कान बहरे न हो जाएँ
पीठ झुक न जाये
और किडनी फेल न हो जाये
वे पेन्सन की बकाया राशि चाहते हैं
जो उनकी ज़िंदगी में रोशनी ला दे
लेकिन कंपनी के पास
अपना वादा निभाने का समय नहीं है।
उस परिवार के बारे में सोचिए
जिसका घर बैंक वाले जब्त कर लेंगे
कैंसर की दवा खरीदने की स्थिति में
नहीं रह गया है अब वह परिवार
हर महीने की कैंसर की दवा
पूरे परिवार की मासिक आमदनी के बराबर है
इसलिए उसकी बेटी मर जाएगी
और फिर भी वह परिवार कर्ज में डूबा रहेगा।
लेकिन मेरे सरकार
आप उन्हें देखेंगे भी नहीं
वे इतने तुच्छ जीव हैं।
--मार्ज पियर्सी
(मंथली रिव्यू जून 2017 से साभार)
अनुवाद-विक्रम प्रताप
उस बच्ची के बारे में सोचिए
जो पुरानी कार की पिछली सीट पर
अपने कुत्ते के साथ सो रही है
और उसके माँ-बाप
कार चलाते आगे की अस्त-व्यस्त सीट पर
जम्हाई ले रहे हैं।
भूरी त्वचा वाले उस बच्चे के बारे में सोचिए
जिसे अश्वेत कहा जाता है
जिससे कहा गया है
कि वह वापस अफ्रीका चला जाये
जिसके महान पूर्वजों ने
स्कूल तक जाने वाली
अमरीकी सड़कों को बनाया था।
बलात्कार से गर्भवती हुई
उस औरत के बारे में सोचिए
जो मजदूरी छोडकर
दो राज्यों को पार कर
गर्भपात के लिए नहीं जा सकी
जो अपने बच्चे को
प्यार करने की जबरन कोशिश करती है
लेकिन वह बच्चा अब अधिकांश
उस घिनौने बलात्कारी जैसा
दिखाई देता है।
उन औरतों और मर्दों के बारे में सोचिए
जो असेंबली लाइन में
तब तक काम करते हैं
जब तक
उनके कान बहरे न हो जाएँ
पीठ झुक न जाये
और किडनी फेल न हो जाये
वे पेन्सन की बकाया राशि चाहते हैं
जो उनकी ज़िंदगी में रोशनी ला दे
लेकिन कंपनी के पास
अपना वादा निभाने का समय नहीं है।
उस परिवार के बारे में सोचिए
जिसका घर बैंक वाले जब्त कर लेंगे
कैंसर की दवा खरीदने की स्थिति में
नहीं रह गया है अब वह परिवार
हर महीने की कैंसर की दवा
पूरे परिवार की मासिक आमदनी के बराबर है
इसलिए उसकी बेटी मर जाएगी
और फिर भी वह परिवार कर्ज में डूबा रहेगा।
लेकिन मेरे सरकार
आप उन्हें देखेंगे भी नहीं
वे इतने तुच्छ जीव हैं।
--मार्ज पियर्सी
(मंथली रिव्यू जून 2017 से साभार)
अनुवाद-विक्रम प्रताप
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