Sunday, January 1, 2012

हम जंगे–आवामी से कोहराम मचा देंगे


हर दिल में बगावत के शोलों को जला देंगे
हम जंगे आवामी से कोहराम मचा देंगे
कोहराम मचा देंगे, कोहराम मचा देंगे.
 
     हो जायेगी दुनिया फिर तेरे नसीबों की
     मजदूर किसानों की भूखों की, गरीबों की
     रौंदे हुए ज़र्रों को खुर्शीद बना देंगे
     खुर्शीद बना देंगे, खुर्शीद बना देंगे.
 
मजलूम जो उठ बैठे हर जुल्म पे भारी है
ये खेत हमारेहैं मिलें भी हमारी हैं
हर चीज हमारी है, हाकिम को बता देंगे
हाकिम को बता देंगे, हाकिम को बता देंगे.

      किस्मत के खिलौने से बहलाया गया हमको
      धोखों से फरेबों से भरमाया गया हमको
      ये झूठ का सिंहासन ठोकर से गिरा देंगे
      ठोकर से गिरा देंगे, ठोकर से गिरा देंगे
 
कुछ सोच कर ही हमने तलवार निकाली है 
हालात से तंग आकार बन्दूक संभाली है
अब खूनसितमगर से धरती को सजा देंगे
धरती को सजा देंगे, धरती को सजा देंगे.

      दिल्ली के खुदाबंदो
      दिल्ली के खुदाबंदो
      दिल्ली के खुदाबंदो एलान  हमारा है
      ऐ कातिल बदकारो  फरमान हमारा है
      तुम दुश्मने इंसान हो, हम तख़्त उड़ा देंगे
      हम तख़्त उड़ा देंगे, हम तख़्त उड़ा देंगे
               हम जंगे आवामी ...
 -जगमोहन जोशी 

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