हो सावधान आया तूफ़ान
-इप्टा
पर दूर नहीं है किनारा
हम ही मुसाफिर हम ही खिवैया
हम सब हिम्मत वाले
निकल पड़े मौजों से खेलने
देशभक्त मतवाले
वीर बढ़ चलो धीर धर चलो
चीर चपल जलधारा
वीर बढ़ चलो धीर धर चलो
चीर चपल जलधारा
है भय कोई? कोई भय नहीं
है डर कोई ? कोई डर नहीं
फिर दूर नही है किनारा -३
अजगर बन के गरज रहा है
सागर बाधाओं का
एक हैं हम तो चमक रहा है
तारा आशाओं का
वीर बढ़ चलो, धीर धर चलो ...
साम्राज्य के छल से लड़ो
आजादी की खातिर
खूनी चंचल दल से लड़ो
आजादी की खातिर
आजादी की खातिर
वीर बढ़ चलो धीर धर चलो
चीर चपल जलधारा ...-इप्टा
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