इस बार लड़ाई लाने वाला, बच के न जाने पायेगा
तू धन दौलत का लोभी डाकू, पीसने वालो की दुनिया में
गर आग लगाने आएगा, इस आग में खुद जल जायेगा
तुम एटम बम, डॉलर के व्यापारी, मददगार गद्दारों के
है लूट तुम्हारा धर्म , पुजारी तुम खूनी तलवारों के
हमको डर किसका , भूत तुम्हारा तुमको ही खा जायेगा
इस बार लड़ाई ...
हम माथे का सिन्दूर, गरजता गाढ़ा खून न बेचेंगे
नन्हे बच्चों की हंसी न बेचेंगे, हम खुशी न बेचेंगे
नर-नारी का व्यापारी, मौत के हाथों खुद बिक जायेगा
इस बार लड़ाई ...
इस बार लड़ाई ...
तुम फ़ौज लिए जिन सडकों से गुजरोगे हम टक्कर लेंगे
आकाश में शोलें बन के उडेंगे, हम सागर खौलां देंगे
जो चाल चलेगा हिटलर की, हिटलर की तरह मिट जायेगा
इस बार लड़ाई ...
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