Sunday, January 1, 2012

हम मेहनत करने वाले


हम मेहनत करने वाले, सब एक हैं, एक हैं.
हम ज़ुल्म के लड़ने वाले, सब एक हैं, एक हैं.
 हम कोरिया में, हम है हिंदुस्तान में.
हम रूस में है, चीन में ,जापान में है.
हम अफ्रीका में,हम है इंग्लिस्तान में,
हम है दुनिया के हर सच्चे इंसान में,
          हम क्या गोरे क्या काले,सब एक हैं, एक हैं.
          हम मेहनत करने वाले............
इन बस्तियों को जगमगाना है सदा,
इन खेतियों को लहलहाना है सदा,
उठाओ हाथ छोड़ो दर मौत का,
कि जिंदगी के गीत गाना है सदा,
       हम मौत पे हँसने वाले, सब एक हैं, एक हैं.
       हम मेहनत करने वाले...
हम बच्चों की मुस्कान बेचते नहीं,
हम माँओं के अरमान बेचते नहीं,
हम लूट के इस दौलत के बाजार में,
हम इन्सानों की जान बेचते नहीं,
      आज़ादी के मतवाले, सब एक हैं, एक हैं,
      हम मेहनत करने वाले.........
हम अजंता और ताज के फनकार हैं,
हम पेरिस के और रोम के श्रृंगार हैं,
हम हँसते-गाते कारखानों  के गीत हैं,
हम चलती फिरती सडकों की रफ़्तार हैं,
      हम जीवन के उजियारे, सब एक हैं, एक हैं.
              हम मेहनत करने वाले......

-इप्टा 

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