Tuesday, December 13, 2011

रउरा शासना के बाटे ना जवाब.............

रउरा शासना के बाटे ना जवाब भाई जी,
रउरा कुर्सी से झरेला गुलाब भाई जी.

रउरा भोंभा लेके सागरों आवाज करीला,
हमारा मुंहवा में लागल बाटे जाब भाई जी.

राउरे बुढ़िया के गलवा में क्रीम लागेला,
हमरी नइकी के जरि गइले भाग भाई जी.

राउरे लरिका त पढ़ेला बिलायत जाई के,
हमरे लरिका के जुरे ना किताब भाई जी.

हमरे लरिका के रोटिया पर नून नइखे,
रउरा छापी रोज मुरगा कबाब भाई जी.

रउरे अंगुरी पर पुलिस आऊर थाना नाचे ले,
हमरे मुआले के होखे न हिसाब भाई जी.

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