Tuesday, December 13, 2011

लंदन में बिक आया नेता

लंदन में बिक आया नेता, हाथ कटा कर आया ।
एटली-बेविन-अंग्रेज़ों में, खोया और बिलाया ।।


भारत-माँ का पूत-सिपाही, पर घर में भरमाया ।
अंग्रेज़ी साम्राज्यवाद का, उसने डिनर उड़ाया ।।


अर्थनीति में राजनीति में, गहरा गोता खाया ।
जनवादी भारत का उसने, सब-कुछ वहाँ गवायाँ ।|

-केदारनाथ अग्रवाल

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